: OSI मॉडल क्या होता है?

OSI मॉडल क्या होता है?

OSI मॉडल क्या होता है? 

OSI (Open Systems Interconnection) मॉडल नेटवर्किंग का एक सैद्धांतिक मॉडल है, जिसे ISO (International Organization for Standardization) ने विकसित किया था। यह मॉडल कंप्यूटर नेटवर्किंग के लिए एक मानक रूपरेखा प्रदान करता है, जो यह निर्धारित करता है कि नेटवर्किंग डिवाइस और प्रोटोकॉल आपस में कैसे संचार करते हैं।

OSI मॉडल को 7 परतों (Layers) में विभाजित किया गया है, और प्रत्येक परत का एक विशेष कार्य होता है। यह मॉडल यह सुनिश्चित करता है कि विभिन्न नेटवर्किंग उपकरण और सॉफ़्टवेयर, भले ही वे अलग-अलग विक्रेताओं द्वारा बनाए गए हों, एक-दूसरे के साथ प्रभावी ढंग से कार्य कर सकें।

OSI मॉडल का इतिहास

1970 के दशक में, जब कंप्यूटर नेटवर्किंग का विकास हो रहा था, तो अलग-अलग कंपनियों द्वारा बनाए गए नेटवर्किंग उपकरणों और प्रोटोकॉल के बीच असंगति की समस्या थी। इस समस्या को हल करने के लिए, ISO ने 1984 में OSI मॉडल को प्रकाशित किया, जो अब भी नेटवर्किंग सिस्टम को डिज़ाइन और समझने के लिए एक मानक संदर्भ मॉडल के रूप में उपयोग किया जाता है।

OSI मॉडल की 7 परतें (Layers)

OSI मॉडल को 7 परतों में विभाजित किया गया है, जो डेटा ट्रांसमिशन की प्रक्रिया को चरणबद्ध रूप में दर्शाती हैं। ये परतें निम्नलिखित हैं:

  1. Physical Layer (भौतिक परत)
  2. Data Link Layer (डेटा लिंक परत)
  3. Network Layer (नेटवर्क परत)
  4. Transport Layer (परिवहन परत)
  5. Session Layer (सत्र परत)
  6. Presentation Layer (प्रस्तुति परत)
  7. Application Layer (अनुप्रयोग परत)

आइए इन परतों को विस्तार से समझते हैं।


1. Physical Layer (भौतिक परत)

परिचय

यह OSI मॉडल की सबसे निचली परत है, जो नेटवर्क में डेटा के भौतिक ट्रांसमिशन को नियंत्रित करती है। यह परत यह निर्धारित करती है कि डेटा नेटवर्क के माध्यम से इलेक्ट्रॉनिक संकेतों, रेडियो तरंगों, या प्रकाश संकेतों के रूप में कैसे संचारित किया जाएगा।

मुख्य कार्य

  • डेटा को बिट्स (0s और 1s) के रूप में ट्रांसमिट करना।
  • हार्डवेयर डिवाइसेस जैसे केबल्स, हब्स, रिपीटर्स, और नेटवर्क इंटरफेस कार्ड (NIC) को नियंत्रित करना।
  • सिग्नल की फ्रीक्वेंसी, वोल्टेज और ट्रांसमिशन दर को निर्धारित करना।
  • वायरलेस नेटवर्क में रेडियो वेव्स और सिग्नल मॉड्यूलेशन को नियंत्रित करना।

उदाहरण

  • Ethernet Cable (इथरनेट केबल)
  • Fiber Optic Cable (फाइबर ऑप्टिक केबल)
  • Wi-Fi (वाई-फाई) सिग्नल

2. Data Link Layer (डेटा लिंक परत)

परिचय

यह परत नेटवर्क में डेटा पैकेट्स को विश्वसनीय रूप से स्थानांतरित करने के लिए जिम्मेदार होती है। यह त्रुटियों (Errors) की जांच करती है और उन्हें सुधारने का कार्य करती है।

मुख्य कार्य

  • डेटा को फ्रेम्स (Frames) में विभाजित करना।
  • MAC (Media Access Control) और LLC (Logical Link Control) उप-परतों का उपयोग करके डेटा संचार सुनिश्चित करना।
  • डेटा ट्रांसमिशन के दौरान हुई त्रुटियों का पता लगाना और उन्हें सुधारना।

उदाहरण

  • MAC Address (मैैक एड्रेस)
  • Ethernet और Wi-Fi

3. Network Layer (नेटवर्क परत)

परिचय

यह परत नेटवर्किंग डिवाइसेस के बीच डेटा पैकेट्स को रूट करने (Routing) का कार्य करती है।

मुख्य कार्य

  • डेटा पैकेट्स को सही गंतव्य तक पहुंचाना।
  • राउटिंग (Routing) और लॉजिकल एड्रेसिंग (Logical Addressing) का कार्य करना।
  • IP Addressing (आईपी एड्रेसिंग) का उपयोग करना।

उदाहरण

  • Router (राउटर)
  • IP Address (आईपी एड्रेस)
  • ICMP (Internet Control Message Protocol)

4. Transport Layer (परिवहन परत)

परिचय

यह परत डाटा को सेगमेंट्स में विभाजित करके गंतव्य तक सुरक्षित रूप से पहुंचाने का कार्य करती है।

मुख्य कार्य

  • डेटा ट्रांसमिशन को विश्वसनीय बनाना।
  • TCP (Transmission Control Protocol) और UDP (User Datagram Protocol) का उपयोग करना।
  • एरर कंट्रोल और फ्लो कंट्रोल को संभालना।

उदाहरण

  • TCP और UDP प्रोटोकॉल
  • पोर्ट नंबर (Port Numbers)

5. Session Layer (सत्र परत)

परिचय

यह परत नेटवर्क में दो उपकरणों के बीच संचार सत्र (Session) को स्थापित, बनाए रखने और समाप्त करने का कार्य करती है।

मुख्य कार्य

  • डेटा ट्रांसमिशन के लिए सत्र स्थापित करना।
  • सेशन को सुरक्षित और प्रबंधित करना।
  • लॉगिन और ऑथेंटिकेशन को संभालना।

उदाहरण

  • NetBIOS (Network Basic Input Output System)
  • Remote Procedure Call (RPC)

6. Presentation Layer (प्रस्तुति परत)

परिचय

यह परत डेटा के प्रारूप को समझने और आवश्यकतानुसार उसे एन्क्रिप्ट/डिक्रिप्ट करने का कार्य करती है।

मुख्य कार्य

  • डेटा को सही प्रारूप में प्रस्तुत करना।
  • डेटा एन्क्रिप्शन और डिक्रिप्शन।
  • डेटा संपीड़न (Compression)।

उदाहरण

  • JPEG, MP3, MP4
  • SSL/TLS (Secure Socket Layer/Transport Layer Security)

7. Application Layer (अनुप्रयोग परत)

परिचय

यह OSI मॉडल की सबसे ऊपरी परत है, जो उपयोगकर्ताओं को नेटवर्क सेवाएं प्रदान करती है।

मुख्य कार्य

  • उपयोगकर्ताओं और एप्लिकेशन को नेटवर्क सेवाएं प्रदान करना।
  • ईमेल, वेब ब्राउजिंग, फ़ाइल ट्रांसफर जैसी सेवाएं प्रदान करना।

उदाहरण

  • HTTP, HTTPS (Hypertext Transfer Protocol Secure)
  • FTP (File Transfer Protocol)
  • SMTP (Simple Mail Transfer Protocol)



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