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Showing posts from January, 2022

एक साझेदारी दिलेख के कितने कारक होते हैं तथा इसकी आवश्यक सामग्री भी लिखिए ?

एक साझेदारी दिलेख के कितने कारक होते हैं तथा इसकी आवश्यक सामग्री भी लिखिए ? एक साझेदारी विलेख में मुख्य रूप से निम्नलिखित पाँच कारक होते हैं 1. एक साझेदारी विलेख मूल रूप से व्यापार के भागीदारों के बीच एक अनुबंध होना कहा जाता है। कौन-सा भागीदारी के बीच एक कानूनी रिश्ते में सभी भागीदारों बंधते हैं। उत्तर 2. एक साझेदारी के गठन के लिए आवश्यकता न्यूनतम दो सदस्यों की है और वहाँ गैर-बैंकिंग व्यापार के मामले बैंकिंग और बीस के मामले में दस वर्ष की एक सीमा है। में 3. सभी भागीदारों को एक व्यवसाय करने के लिए एक आपसी समझ होनी चाहिए। 4. लाभ और नुकसान के लिए अनुपात अच्छी तरह से अग्रिम में सभी भागीदारों के बीच का निर्णय लिया जाना चाहिए। 5. सभी भागीदारों को एक मालिक एजेंट के रूप में सम्बन्ध बनाए रखना चाहिए। प्रत्येक साथी अन्य भागीदारों के कार्यों के लिए जवाबदेह होता है। महत्त्वपूर्ण खण्ड/साझेदारी विलेख की सामग्री किसी भी मानकीकृत साझेदारी विलेख प्रारूप निम्नलिखित खण्ड जो देखने की फर्म बिन्दु से महत्त्वपूर्ण है, होने चाहिए 1. नाम, फर्म और उसके मुख्य व्यवसाय के पते, 2 नाम और सभी भागीदारों के पते, ...

योग्यता पर भी विचार कर लेना चाहिए जिससे परियोजना का मूल्यांकन एवं विश्लेषण करके प्रतिवेदन तैयार

योग्यता पर भी विचार कर लेना चाहिए जिससे परियोजना का मूल्यांकन एवं विश्लेषण करके प्रतिवेदन तैयार किया जाना चाहिए। (ii) बाजार परिस्थितियों परियोजना की आर्थिक साध्यता में उत्पादित होने वाली वस्तु या सेवा की बाजा परिस्थितियों को अवश्य ध्यान में रखना चाहिए जिसके अन्तर्गत वस्तु की स्वीकार्य दर, प्रतियोगी वस्तुओं में प्रतिस्पर्द्धा की मात्रा स्थानापन्न वस्तुओं की उपलब्धता, माँग और पूर्ति की स्थिति, विज्ञापन एवं विक्रय सम्बर्द्धन का प्रभाव, प्रतियोगी तथा प्रतिस्थापन वस्तुओं की कीमतें इत्यादि सम्मिलित है। (iv) आयात प्रतिस्थापन्न एवं निर्यात सम्भावनाएँ आर्थिक साध्यता का विश्लेषण करते समय यह भी ध्यान रखना चाहिए कि आयात की जाने वाली वस्तुओं की मात्रा एवं जो उत्पादित वस्तु के प्रतिस्थापन के रूप में हो जो वस्तु के बाजार को प्रभावित करती हो, दूसरी तरफ निर्यात को जाने वाली वस्तुओं मात्रा जो वस्तुओं के स्थानापन वस्तु के रूप में हो और इसका निर्यात किए जाने पर वस्तु की माँग प्रभावित होती हो जिससे वस्तु के विक्रय में वृद्धि होती है। इस प्रकार वस्तुओं के आयात एवं निर्यात सम्बन्धी नीति सरकार द्वारा निर...

ऑप्टिकत संचार प्रयोग करने के लाभों को वर्णित कीजिए।

ऑप्टिकत संचार प्रयोग करने के लाभों को वर्णित कीजिए। उरकल फाइबर संचार साधन के लाभ Advantages of Optical Fiber Communication वह मंचर प्रश्न साधन कम्यूनिकेशन जिसमें कैरियर के लिए ग्लास फाइबर मार्ग प्रदर्शक के रूप में कार्य करता है। इस प्रकार के संचार साधन में आकर्षक गुण विद्यमान होते हैं जोकि निम्न है 1. विशाल सक्रिय बैण्ड चौड़ाई Enormous Potential Bandwidth ऑप्टिकल कैरियर की परास (range) 1013 से 10 Hz होती है जोकि सामान्यतः धात्विक केवल प्रणालियों (जैसे- कोएक्सियल केवल की वैण्डविड्य चौड़ाई 10 km तक की दूरियों के ऊपर फ्रीक्वेन्सी की परास 20 MHz के लगभग होती है की अपेक्षा बहुत अधिक सक्रिय संचरण बैण्डविड्थ रखती है। 2. लघु आकार एवं भार Small Size and Weight ओप्टिकल फाइबर का व्यास बहुत कम होता है जोकि प्राय: मनुष्य के बाल (hair) के व्यास से अधिक मोटा नहीं होता इसलिए जब इस पर सुरक्षा परत चढ़ाई जाती है तब इसका व्यास एवं भार अन्य प्रणालियों में प्रयोग किए जाने वाले केबलों की अपेक्षा व्यास मे कम एवं वजन में हल्का होता है। 3. वैद्युत पृथक्करण Electrical isolation ऑप्टिकल फाइबर्स जोकि ग्लास से ...