: क्रान्ति

क्रान्ति

क्रान्ति

जब किसी देश में प्रचलित राजनीतिक, सामाजिक एवं आर्थिक परम्पराओं के अन्तर्गत देश की जनता का स्वतन्त्रतापूर्वक रहना कठिन होने लगता है, तो ऐसी स्थिति में इन परम्पराओं के विरुद्ध तीव्र आक्रोश फूटता है, जो लम्बे समय तक चली आ रही कुप्रथाओं एवं परम्पराओं को समाप्त कर देता है, इस प्रकार के परिवर्तन को क्रान्ति कहते हैं।

यूरोप में क्रान्तियों का प्रारम्भ

मध्यकालीन यूरोप के अनेक देशों में निरंकुश राजसत्ता के कारण जनता पर अत्याचार बढ़ने लगा था। इस समय यूरोप में अनेक क्रान्तियों का सूत्रपात हुआ।. इनमें इंग्लैण्ड, अमेरिका, फ्रांस तथा रूस की क्रान्ति प्रमुख रूप से शामिल हैं।

इंग्लैण्ड की गौरवपूर्ण (रक्तहीन) क्रान्ति

विश्व के इतिहास में इंग्लैण्ड की क्रान्ति पहली राजनीतिक क्रान्ति थी। यह क्रान्ति पूरी तरह से रक्तहीन क्रान्ति थी, इसे इंग्लैण्ड के इतिहास में गौरव पूर्ण क्रांति भी कहा जाता है, जिसमें खून की एक बूँद भी नहीं बही। यह क्रान्ति 1688 ई. में इंग्लैण्ड में जेम्स द्वितीय के समय हुई थी, जो सर्वाधिक परिवर्तनकारी सिद्ध हुई।

क्रान्ति का घटनाक्रम

. इंग्लैण्ड के राजा जेम्स द्वितीय की कैथोलिक समर्थक नीति ने देश में क्रान्ति का वातावरण तैयार कर दिया था। देश के अधिकांश नेता प्रोटेस्टेण्ट समर्थक थे। 5 नवम्बर, 1688 को देश के नेताओं ने हॉलैण्ड के प्रोटेस्टेण्ट राजा विलियम तृतीय (जेम्स द्वितीय का दामाद) को इंग्लैण्ड का ताज ग्रहण करने के लिए आमन्त्रित किया।

विलियम अपनी सेना के साथ 15 नवम्बर, 1688 को इंग्लैण्ड पहुँच गया। जनता की उत्तेजना देखकर राजा जेम्स द्वितीय अपने परिवार सहित फ्रांस भाग गया। इसके भाग जाने पर संसद ने इंग्लैण्ड में हैनोवर वंश के प्रोटेस्टेण्ट राजा विलियम तृतीय (विलियम ऑफ आरेंज) और उसकी पत्नी मैरी (जेम्स द्वितीय की पुत्री) को संयुक्त रूप से राजगद्दी पर आसीन कर दिया। इस तरह संसद की विजय हुई और इंग्लैण्ड की रक्तहीन क्रान्ति सफल हुई।

• इस क्रान्ति को रक्तहीन क्रान्ति, गौरवपूर्ण क्रान्ति, महान क्रान्ति तथा शानदार क्रान्ति के नामों से भी जाना जाता है। इस क्रान्ति के फलस्वरूप ब्रिटेन में वास्तविक शक्ति संसद को प्राप्त हो गई। अब राजा औपचारिक शासक मात्र रह गया।

इंग्लैण्ड की क्रान्ति के कारण

इंग्लैण्ड की क्रान्ति के प्रमुख कारण निम्नलिखित थे जेम्स द्वितीय द्वारा कैथोलिक धर्म के प्रति अपनाई गई उदारता की नीति ।

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. जेम्स द्वितीय द्वारा कैथोलिक धर्म सम्बन्धी घोषणाओं को चर्च में पढ़कर सुनाने की घोषणा।

कैथोलिकों पर नियन्त्रण लगाने वाले सभी कानूनों को रद्द करने कोर्ट ऑफ हाई कमीशन की स्थापना करना ।

• सात विषयों पर राजद्रोह का मुकदमा चलाना। हॉलैण्ड के राजा के विचारों का प्रभाव।

इंग्लैण्ड की क्रान्ति का घटनाक्रम

इंग्लैण्ड की क्रान्ति की मुख्य घटनाएँ निम्न प्रकार थीं विलियम तथा मैरी का राज्यारोहण किया गया।

. हॉलैण्ड के राजा विलियम ऑफ ऑरेन्ज को इंग्लैण्ड आने का निमन्त्रण दिया गया।

ब्रिटिश संसद द्वारा 16 दिसम्बर, 1689 को सम्राट की शक्तियों को सीमित करने के उद्देश्य से एक विधेयक पारित किया गया, जो अधिकार घोषणा-पत्र (Bill of Rights) के नाम से प्रसिद्ध हुआ था।

की घोषणा।

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