द्वितीय विश्वयुद्ध के प्रमुख परिणाम
द्वितीय विश्वयुद्ध के प्रमुख परिणाम निम्नलिखित थे भयंकर विनाश एवं नरसंहार इस द्वितीय विश्वयुद्ध में विश्व के लगभग 70 देशों की थल, वायु एवं जल सेनाएँ शामिल थीं। इस युद्ध में लगभग 5 करोड़ से भी अधिक लोग मारे गए। करोड़ों लोग घायल व बेघर हो गए थे। इस युद्ध में सर्वाधिक हानि जर्मनी एवं रूस को उठानी पड़ी। फ्रांस, बेल्जियम, हॉलैण्ड आदि राष्ट्रों में असंख्य लोग भूख से तड़प-तड़पकर मर गए थे।
आर्थिक परिणाम यूरोप के अनेक राष्ट्रों के द्वारा अपने साधनों को युद्ध में लगा दिया गया था, जिससे उनकी अर्थव्यवस्था बर्बाद हो गई। इस युद्ध में संलग्न सभी राष्ट्रों द्वारा लगभग 13 अरब, 90 करोड़ 84 लाख डॉलर व्यय किए गए। युद्ध के उपरान्त अनेक देशों की कीमतों में तीव्रता से वृद्धि हुई, जिसके कारण मुनाफाखोरी एवं कालाबाजारी में वृद्धि हो गई।
द्वितीय विश्वयुद्ध के प्रमुख परिणाम
भयंकर विनाश एवं नरसंहार
• आर्थिक परिणाम
जर्मनी का विभाजन शीतयुद्ध का जन्म
संयुक्त राष्ट्र संघ का निर्माण अस्त्र-शस्त्र निर्माण की होड़
जर्मनी का विभाजन द्वितीय विश्वयुद्ध में जर्मनी की पराजय के कारण मित्र राष्ट्रों के द्वारा उसे दो भागों में विभाजित कर दिया गया पूर्वी जर्मनी एवं पश्चिमी जर्मनी पूर्वी जर्मनी पर रूस ने अधिकार कर लिया, जबकि पश्चिमी जर्मनी पर अमेरिका, फ्रांस व इंग्लैण्ड का प्रभुत्व रहा।
शीतयुद्ध का जन्म शीतयुद्ध 1940 के दशक के मध्य से अमेरिका, मित्र राष्ट्रों तथा सोवियत रूस व इसके मित्र राष्ट्रों के बीच संघर्ष, तनाव व प्रतियोगिता के रूप में 1990 ई. के प्रारम्भ तक चला। यह तनाव मुख्यतः रूस के साम्यवादी विस्तार से उत्पन्न हुआ था।
संयुक्त राष्ट्र संघ का निर्माण द्वितीय विश्वयुद्ध के समय अमेरिकी राष्ट्रपति रूजवेल्ट व ब्रिटिश प्रधानमन्त्री चर्चिल ने अटलाण्टिक महासागर में एक जहाज पर संयुक्त घोषणा की, जो युद्ध के उद्देश्यों और युद्ध पश्चात् विश्व व्यवस्था से सम्बद्ध थी। यही आधारशिला थी, जिस पर 24 अक्टूबर, 1945 को संयुक्त राष्ट्रसंघ का गठन हुआ।
अस्त्र-शस्त्र निर्माण की होड़ द्वितीय विश्वयुद्ध के परिणाम से परमाणु अस्त्र-शस्त्रों के निर्माण के एक नए युग का प्रारम्भ होता है। अमेरिका, रूस, फ्रांस, इंग्लैण्ड आदि राष्ट्र अपनी सुरक्षा को मजबूत करने हेतु विनाशकारी अस्त्र-शस्त्रों का निर्माण करने लगे। इस प्रतिस्पर्द्धा ने पूरे विश्व में तनाव उत्पन्न कर दिया, जिसके कारण विश्व 'शीतयुद्ध' चपेट में आ गया।
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