: संयुक्त राष्ट्र संघ की स्थापना

संयुक्त राष्ट्र संघ की स्थापना



संयुक्त राष्ट्र संघ की स्थापना

द्वितीय विश्वयुद्ध के विनाशकारी परिणामों को देखकर विश्व के राजनीतिज्ञों ने मानव जाति को नष्ट होने से बचाने के लिए एक अन्तर्राष्ट्रीय संस्था की स्थापना की आवश्यकता समझी। इसी उद्देश्य से 24 अक्टूबर, 1945 में संयुक्त राष्ट्र संघ की स्थापना की गई, इसलिए इस तिथि को प्रत्येक वर्ष संयुक्त राष्ट्र संघ दिवस के रूप में मनाया जाता है।

संयुक्त राष्ट्र संघ ने घोषणा पत्र को अन्तिम रूप देने के लिए अमेरिका, रूस, ब्रिटेन और फ्रांस का एक सम्मेलन 15 अप्रैल से 26 जून, 1945 को सेन फ्रांसिस्को (यूएसए) में सम्पन्न हुआ। 26 जून, 1945 को 50 देशों के प्रतिनिधियों ने संयुक्त राष्ट्र संघ के घोषणा पत्र पर हस्ताक्षर कर दिए थे। पोलैण्ड का प्रतिनिधि उपस्थित न होने के कारण उसने बाद में हस्ताक्षर किए। अत: संयुक्त राष्ट्र संघ के आरम्भिक हस्ताक्षरकर्ता 51 देश थे। भारत इसके संस्थापक सदस्यों में से एक है। वर्तमान में इसके 193 सदस्य देश हैं। 10 फरवरी, 1946 को लन्दन के वेस्ट मिन्स्टर हॉल में इसका प्रथम अधिवेशन सम्पन्न हुआ जो 15 फरवरी, 1946 तक चला। बाद में इसका स्थायी सचिवालय न्यूयॉर्क में स्थापित किया गया।

युक्त राष्ट्र संघ की स्थापना के उद्देश्य/कार्य

संयुक्त राष्ट्र संघ के घोषणा-पत्र (चार्टर) के अनुच्छेद 1 में संयुक्त राष्ट्र संघ के उद्देश्यों को स्पष्ट किया गया है। ये उद्देश्य निम्नलिखित हैं।

1. अन्तर्राष्ट्रीय शान्ति व सुरक्षा की स्थापना करना।

2. युद्धों की रोकथाम तथा आक्रमणकारी राष्ट्र के खिलाफ सामूहिक रूप से कार्यवाही करना।

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