: मूल मात्रक

मूल मात्रक

मात्रकों की अन्तर्राष्ट्रीय प्रणाली में मूल मात्रकों तथा पूरक मात्रकों की परिभाषायें (a) मूल सात्रक (Fundamental Units) 1. मीटर (7)--यह लम्बाई का मात्रक है। सन्‌ 1960 में परिभाषित, 1 मीटर वह दूरी है जिसमें शुद्ध क्रिप्टोन-86 (एक विशेष आइसोटोप) के परमाणुओं द्वारा गैस विसर्जन नली में उत्सर्जित होने वाली नारंगी-लाल (orange-red) प्रकाश की 16,50,763.73 तरंगें आती हैं। यह लम्बाई का परमाण्वीय मात्रक (atomic unit) कहलाता है। “सन्‌ 1983 में (वर्तमान में) परिभाषित, 1 मीटर वह दूरी है जो प्रकाश द्वारा | सेकण्ड के 299,792,458 वें भाग अर्थात्‌ 1 x में x 1 x 550.790.458 सेकण्ड में Fraley (vacuum) में तय की जाती है अर्थात्‌ निर्वात्‌ में प्रकाश हारा 799,792,458 सेकण्ड में चली गई दूरी 1 मीटर है (इस प्रकार निर्वात्‌ में प्रकाश की चाल 299,792,458 मीटर/सेकण्ड है)। 2. किलोग्राम (:2)--यह द्रव्यमान का मात्रक है। सन्‌ 1887 में परिभाषित, 1 किलोग्राम प्लेटिनम ईरीडियम के उस बेलन का द्रव्यमान है, जो माप तौल की अन्तर्राष्ट्रीय समिति के पास फ्रांस में सीवर्स (Sevres) नामक स्थान पर रखा है। परमाण्वीय स्केल पर कार्बन-12 (६८?) के 5.0188 x 107 परमाणुओं का द्रव्यमान 1 किग्रा होता है। यह द्रव्यमान का परमाणष्वीय मात्रक कहलाता FI 4°C पर 1000.028 घन सेमी पानी का द्रव्यमान 1 किलोग्राम होता है। 3. सेकण्ड ($)--यह समय का मात्रक है। सन्‌ 1967 में परिभाषित मात्रक सीजियम किरण पुँज परमाणु घड़ी (cesiumbeam atomic clock) पर आधारित है। इसके अनुसार 1 सेकण्ड वह समयान्तराल (time interval) है, जिसमें सीजियम-133 परमाणु द्वारा उत्सर्जित एक विशेष तरंगदैर्ध्य वाले विकिरण (प्रकाश) के 9,192,631,770 कम्पन होते Fl यह समय का परमाण्वीय मात्रक कहलाता है। सन्‌ 1960 से पहले समय का मात्रक माध्य सौर दिन* (mean solar day) के आधार पर परिभाषित Al इसके अनुसार माध्य सौर दिन का _.....वा भाग 1 सेकण्ड कहलाता है। 86400 4, ऐम्पियर (A)—ae वैद्युत घारा का मात्रक है। 1 ऐम्पियर वह Aga धारा है, जिसके निर्वात्‌ (vacuum) में 1 मीटर की दूरी पर स्थित दो सीधे समांतर (parallel) अनन्त लम्बाई के तारों में प्रवाहित होने पर, प्रत्येक तार की प्रति मीटर लम्बाई पर 2x 10” न्यूटन का वैद्युत बल आरोपित होता है। उपरोक्त चारों मूल मात्रकों पर आधारित मात्रक पद्धति को meter kg sec ampere पद्धति (MKSA system) कहते हैं। 5. केल्विन (K)—ae तापक्रम का मात्रक है। 1 केल्विन, जल के त्रिक बिन्दु (7716 point) के ऊष्मागतिक ताप का at भाग है (अतः जल का त्रिक बिन्दु 273.16 K है)। 273.16 है ( 273.16 K हैं) एक वायुमण्डलीय दाब पर उबलते जल के ताप तथा गलते बर्फ के ताप के अन्तर का 100वाँ भाग भी 11८ के बराबर . होता है।

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